1धातुओं का क्षरण
ऑक्सालिक एसिड विभिन्न धातुओं (जैसे लोहा, एल्यूमीनियम आदि) के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे घुलनशील ऑक्सालेट बनते हैं, जिससे धातु की सतह का क्षरण होता है।
2. त्वचा में जलन और संक्षारण
ठोस ऑक्सालिक एसिड या उच्च सांद्रता वाले घोल के प्रत्यक्ष संपर्क से त्वचा में जलन, लाली, सूजन या अल्सर हो सकते हैं।
ऑक्सालिक एसिड की कम सांद्रता के लंबे समय तक संपर्क में रहने से भी त्वचा सूखी और फटी हो सकती है।
3. आंखों और श्वसन पथ के लिए खतरा
ऑक्सालिक एसिड की धूल या घोल आंखों में छिड़कने से गंभीर जलन या स्थायी क्षति भी हो सकती है।
ऑक्सालिक एसिड की धूल सांस लेने से श्वसन पथ में जलन हो सकती है, जिससे खांसी या सूजन हो सकती है।
4अन्य सामग्रियों का क्षरण
ऑक्सालिक एसिड का कैल्शियम युक्त सामग्रियों जैसे कि कंक्रीट और संगमरमर पर संक्षारक प्रभाव पड़ता है (कैल्शियम ऑक्सालेट बनता है),लेकिन कुछ प्लास्टिक (जैसे पॉलीइथिलीन) के लिए इसकी संक्षारकता अपेक्षाकृत कम है.